
Aurangabad Train Accident: देश एक साथ कई विपत्तियों से जूझ रहा है, जहां एक ओर कोरोना और गैस लीकेज जैसी त्रासदी से संघर्ष जारी था वहीं दूसरी ओर पटरी पर दौड़ती मौत के चपेट में प्रवासी मजदूरों ने अपनी जान गवा दी।

महाराष्ट्र के औरंगाबाद में पटरी पर सोये प्रवासी मजदूरों के ऊपर से मालगाड़ी गुजर गई जिससे कि 16 लोगों की मौके पर मौत हो गई, इन मरने वाले लोगों में मजदूरों के बच्चे भी शामिल हैं। यह घटना शुक्रवार सुबह की करमाड पुलिस स्टेशन के अंतर्गत दर्ज हुई है। दक्षिण मध्य रेलवे के सीपीआरओ के मुताबिक यह घटना करमाड के नजदीक हुई, बताया जा रहा है कि खाली मालगाड़ी प्रवासी मजदूरों के ऊपर से गुजर गई। औरंगाबाद ट्रेन हादसे में एसपी मोक्षदा पाटिल के अनुसार इस हादसे में अब तक 16 लोगों की मौत हुई है और 3 लोगों को सुरक्षित पाया गया है।
इस हादसे पर रेलवे ने अपनी सफाई देते हुए कहा है कि,”ट्रेक पर कुछ मजदूरों को पटरी पर देख कर लोको पायलट ने ट्रेन को रोकने की पूरी कोशिश की थी, पर तब तक मजदूर ट्रेन की चपेट में आ चुके थे। यह घटना बदनारपुर और करमाड स्टेशन के बीच परभानी सेक्शन की है। घायलों को औरंगबाद के निजी अस्पताल में ले जाया गया है और हादसे की जाँच का आदेश जारी किया गया है।
मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना पर दुख जताते हुए मृतक मजदूरों के परिवारों 5-5 लाख रुपए की सहायता देने की घोषणा की है। मध्य प्रदेश सरकार ने इस घटना में घायल मजदूरों के उपचार और मृतक मजदूरों की समुचित व्यवस्था के लिए विशेष विमान सहित एक टीम भी भेजी है। शिवराज सिंह चौहान ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से भी सम्पर्क करके घायलों के उपचार सम्बन्धी जानकारी ली ।
इस दुर्घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख व्यक्त करते हुए ट्विटर पर लिखा, “महाराष्ट्र के औरंगाबाद में रेल हादसे में जानमाल के नुकसान से बेहद दुखी हूँ, रेल मंत्री पीयूष गोयल से बात हुई है वह स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं, हर सम्भव सहायता प्रदान की जाएगी।”
गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी ट्वीट करके इस हादसे पर अपनी सम्वेदनाएँ व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना भी की। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भी इस घटना पर शोक व्यक्त किया।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने लिखा, “आज सुबह 5:22 पर नांदेड डिवीजन के बड़नापुर व करमाड स्टेशन के बीच सोये हुए श्रमिकों के मालगाड़ी के नीचे आने का दुखद समाचार मिला,राहत कार्य जारी है,और पूछताछ के आदेश दिए गए हैं, दिवंगत आत्माओं की शांति हेतु ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ।”
हादसे वाली जगह से मजदूरों के शव के साथ ही रोटियां भी बिखरी पाई गईं हैं, जो कि मजदूरों ने खाने के लिए पास रखीं होंगी। यह सभी मजदूर एक स्टील फेक्ट्री में काम करते थे, यह सभी औरंगाबाद से गांव जाने वाली ट्रेन पकड़ने के लिए जालना से औरंगाबाद लगभग 45km का रास्ता पैदल तय कर चुके थे। रात अधिक होने के कारण मजदूरों ने पटरी पर ही शिविर लगा लिया और नींद में होने के कारण मालगाड़ी की चपेट से बचने के लिए सम्हल नही पाए। यह सभी लोग मध्य प्रदेश के रहने वाले थे, जो कि भुसावल से स्पेशल ट्रेन के जरिये मध्य प्रदेश लौटने वाले थे।